गुरुवार, 16 सितंबर 2010

रोचक हास्य एकांकी संग्रह(Collection of Comedy Plays)


अिि थ देवो भव (हास्य एकांकी संग्रह) लेखक- उमेश कुमार चौरिया दैनिक जीवन में घर व पास-पड़ौस में बनने वाली स्थितियों का सुन्दर चित्रण करते हुए इस नाटक संग्रह में संकलित छ: एकांकी मनोरंजन करते हुए सहज ही हमें हंसने पर मजबूर करते हैं। इनमें मानवीय व्यवहार पर सटीक कटाक्ष भी प्रभावी हैं। दो नाटक राजस्थानी लोक कथाओं पर आधारित हैंं। इनमें `मैं तो भूल गया` के राजस्थानी भाषा में 60 से अधिक प्रदर्शन देशभर में हुए हैं। नाटक पुरस्कृत भी हुए हैं। संपर्क-09829482601

Contact on-09829482601

महात्मा गांधी पर बच्चों के लिए रोचक नाटक (New Play On Mahatma Gandhi for Children in HINDI)

बापू किहन (बाल नाटक)- (लेखक- उमेश कुमार चौरसिया) बच्चों को श्रेष्ठ जीवन मूल्यों से परिचित कराते हुए उन्हें अपनाने की प्रेरणा देने वाला गांधी जी के प्रिय भजन-गीत-संगीत से ओतप्रोत रोचक नाटक। यह महात्मा गांधी के जीवन की प्रेरक घटनाओं को प्रभावी रूप से प्रस्तुत करता है। सांप्रदायिक सद्भाव, शिक्षकों को सम्मान और जीवन में सदाचार की प्रेरणा देने वाला यह नाटक कई विद्यालयों में मंचित किया जा चुका है तथा सफल रहा है। संपर्क-09829482601  Contact on-09829482601

रविवार, 1 अगस्त 2010

SHORT MOTIVATIVE LIFE STORIES ON MAHATMA GANDHI

SHORT MOTIVATIVE LIFE STORIES ON MAHATMA GANDHI

I Have Written some short stories on mahatma gandhi's life. 

Thease short stories are Motivative & full of knowledge useful for Children.

 

If you are interested to get thease plays & stories please contact -

by phonE- 09829482601

by post- 50 mahadev colony,

                 nagfani, boraj road,

                AJMER-305001

                (RAJASTHAN)(INDIA)

news plays on Mahatma Gandhi

news plays on Mahatma Gandhi

I Have Written some short plays on mahatma gandhi's life. 

Thease plays are Motivative & full of knowledge useful for Children.

1- BAPU KAHIN

2- AAO SEEKHEN


If you are interested to get thease plays please contact -

by phonE- 09829482601

by post- 50 mahadev colony,

                 nagfani, boraj road,

                AJMER-305001

                (RAJASTHAN)(INDIA)


 



शुक्रवार, 2 अप्रैल 2010

गजल:  
उदासी को छोड़ो जरा मुस्कुरा लो,
गुमसुम क्यूं बैठे हो कोई गीत गा लो।
अंधेरे इस जीवन में घिर आते कई बार,
आस की लौ से तुम जहां जगमगा लो।
हार के यूं बैठो ना मायूस होकर,
फिर जीतने का विश्वास तुम दोहरा लो।
हकेले में घावों को कुरेदो मत यारों,
किसी प्रेमगीत का पद गुनगुना लो।
माना अपनों की पीड़ा से हो व्यथित,
औरों की खुशी में तुम खिलखिला लो।
-उमेश कुमार चौरसियासंपर्क-09829482601

मेरी नयी प्रकाशित संपादित पुस्तकें

मेरी नयी प्रकाशित संपादित पुस्तकें :- (1) बच्चों के प्रेरक-बापू - महात्मा गांधी के ऐसे प्रेरक जीवन प्रसंगों का संकलन जो बच्चों को जीवन मूल्यों से परिचित कराते हुए उन्हें अपनाने की प्रेरणा देते हैं। वर्ष 2010/हिन्दी/अरावली प्रकाशन, जयपुर/रू.200 मात्र। (2) मंगल प्रभात (बापू के एकादश व्रत) - महात्मा गांधी द्वारा बताये गये जीवनोपयोगी ग्यारह व्रतों का सरल हिन्दी भाषा में सचित्र संकलन। वर्ष 2010/ हिन्दी/साहित्यागार प्रकाशन, जयपुर/रू.100 मात्र।(3) मेरी युवा दृष्टि-गांधी - नई पीढ़ी को अपना तन-मन स्वस्थ व पवित्र रखते हुए जीवन में सफलता का मार्ग दिखाते गांधीजी के विचार लेखों का अनूठा संकलन। वर्ष 2010/हिन्दी/अपोेलो प्रकाशन, जयपुर/रू.100 मात्र।